खेल के नियम
नियम- *गेंद*:- गेंद का वजन 85 ग्राम ही होगा और इसकी परिधि 21 सेमी से कम और 23 सेमी से अधिक नहीं होगी।राज्य एसोसिएसन द्वारा अनुमोदित गेंदों से ही टूर्नामेंट के मैच होंगे।
2. *पिच*- पिच मैदान का वह क्षेत्र है जहां बल्लेबाज एवं गेंदबाज अपने कौशल (हुनर )का प्रदर्शन करते हैं। पिच 20 गजयानि 18 मीटर जमीन का एक आयताकार क्षेत्र है, जिसकी चौड़ाई 8 फीट 6 इंच/2.59 मीटर होती है।
3. *पारी*- सामान्य परिस्थितियों में मैच 12 ओवर के खेले जायेंगे। असामान्य स्थिति में यह 08 ओवर का होगा।
4. प्रत्येक पारी में 08 ओवर के खेल या 12 ओवर के खेल में न्यूनतम 5 गेंदबाजों का उपयोग किया जाना चाहिए। पहले दो ओवर अनिवार्य पावरप्ले होंगे और इस दौरान 03 क्षेत्ररक्षक 20 मीटर के बाहर होने चाहिए। इनर सर्कल या तो 08 ओवर के खेल में या 12 ओवर के खेल में।
5. दूसरा पावर प्ले- दूसरा पावर प्ले 9 से 12 ओवर के बीच (12 ओवर में) और 06 से 08 ओवर के बीच (08 ओवर के खेल में) लगातार दो ओवर बल्लेबाजी पक्ष द्वारा लिया जा सकता है। 04 खिलाड़ी बाहर होने चाहिए आंतरिक घेरा के।
6.चूंकि सभी पांच गेंदबाजों का उपयोग अनिवार्य है। 12 ओवर के खेल में 2 गेंदबाज अधिकतम 03 ओवर और बाकी 02 ओवर फेंक सकते हैं।
7. चूंकि 08 ओवर के खेल में सभी पांच गेंदबाजों का उपयोग अनिवार्य है, एक गेंदबाज अधिकतम 03ओवर, एवम एक अन्य गेंदबाज 02 फेंक सकता है, बाकी तीन गेंदबाज एक एक ओवर।
8. छक्का सिर्फ पावर प्ले में मारना है,उसके अलावा छक्का मारने पर बल्लेबाज आउट घोषित कर दिया जाएगा।
9. मैदान-55 से 60 गज। भीतरी घेरा 20 गज।
10. खिलाड़ियों को राष्ट्रीय प्रतियोगिता में खेलने का कोई भी शुल्क नहीं लगेगा एवंम ड्रेस भी निःशुल्क दिया जाएगा।परंतु आने जाने का किराया खिलाड़ियों को स्वयं वहन करना होगा।
11. बल्लेबाज के आउट के सारे नियम क्रिकेट वाले ही हैं।
संघ के नियम
1) प्रत्येक जिले का सदस्य शुल्क 1000 रुपया होगी (1 साल के लिए)
2) जिला स्तरीय खिलाड़ियों का पंजीकरण शुल्क ₹100 रुपया। बिहार संघ को फॉर्म जमा करते समय प्रत्येक फॉर्म 25 रुपया संघ के पास जमा करना होगा।
3) राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में गेंद राज्य संघ द्वारा निशुल्क दिया जाएगा।
4) राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभागी जिलों की एंट्री फि 3100 रुपया होगा। बालिका की टीम किसी भी जिले से आती है वह निशुल्क होगी (बालक टीम के साथ ही बालिका टीम की एंट्री होगी)
5) वार्षिक कैलेंडर के अनुसार एक जिले को कम से कम दो प्रतियोगिता में भाग लेना अनिवार्य है।
6) राज्य स्तरीय प्रतियोगिता कराने वाले जिले को 2000 रुपया प्रति टीम के अनुसार दिया जाएगा।
7) प्रत्येक राज्य प्रतियोगिता में बिहार संघ द्वारा अंपायर निर्धारित किए जाएंगे तथा उन्हें एक दिन हो या तीन दिन उन्हें 2000 रुपया के अतिरिक्त ट्रेन या बस का भाड़ा दिया जाएगा।
8) बालक एवं बालिका में जो खिलाड़ी रजिस्टर होंगे उन्हें ही राज्य या राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चुना जाएगा।
9) समय-समय पर आवश्यकता अनुसार संशोधन किया जा सकता है।